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शब्द कोडे

गड दुर्गनाम कोडे....

किल्ल्यांची नावे ओळखा

चला आठवा इतिहास... 

1 घेतली आन, मोडुनी भान 
  मुक्त करी देश
  गड बेलाग, त्यावरी आग 
  दिला संदेश ।।


2 लढविले तट, उधळला कट 
    माणसे कैशी
    जरी भुईकोट ,भेदिले गोट 
    गावे चौऱ्याऐंशी ।।


3 नाव हिरकणी, बाळ तिचे गुणी 
   उतरली रात्री
   राजा बांधे बुरुज, नाव दिले     
   तिज करुनिया खात्री ।।


4 उचलला भार, लावली पहार 
   नाद होई ठण्ण
   देवीची कृपा ,होतसे नृपा 
    गवसती होन ।।


5 उंचहा कडा ,त्यावरी वाडा 
   असा बाले किल्ला
   सैन्यासह वस्ती ,दुष्मना धास्ती 
   ना करी हल्ला ।।


6 धिप्पाड शरीर बळात ,
   रौद्र जळात  सागरी लंका
    तरंगती होडी , लावू कशी    
    शिडी येते मनी शंका ।।


7 भोरप्याचा प्रबळ डोंगर ,
   झेंडा बुरुजावर अवघड जागा
   फाडिले पोट ,उधळला गोट 
   मारिली पागा ।।


8 सज्ज आरमार, बेट कुरट्यावर 
   शिशाचा पाया
   उठवला दुर्ग दर्यात, असे रेतीत 
   धोंडा मोरया ।।


9 दमयंती सवे तो बसे, गाली मग 
    हसे महाली पाणी
   कोसळती नरमादी ,धबाधबा   
   आदी प्रपाती गाणी ।।


10 इतकासा असुनी हा किल्ला, 
      सहा साल लढला 
      अशी हातघाई
     मुघलांनी करुनि जिहाद ,
     नाही दिली दाद 
     रामे बादशाही ।।


11लढवून भव्य हा  किल्ला , 
    उतरुनि गेला   राजा पावसात
     निश्चये करुनि प्रचंड ,राखली 
     खिंड नाही केला घात ।।


12 शिलाहार बांधती दुर्ग, 
     भासे जो स्वर्ग असा घेरिया
     हेलियमचा लावूनी शोध ,
     घेतसे बोध कुणी अवलिया ।।


13 पाकळ्या असती या सोळा, 
  मधोमधे गोळा असे हिरण्याचा 
      देखणे भोवती तळे ,
सिद्ध योग बळे प्रदेश पुण्याचा ।।


14 वेली घनदाट, असे हा घाट  
      दगडी रांजण 
       बैलांचे दिसती तांडे, स्वेद 
       जरी सांडे तुडवती जन ।।


15 आकाशी जातसे कळस, 
      मंदिरी पळस कडा अनुल्लंघ
      चढताना लागते धाप ,
      होई अनुताप तरी मन दंग ।।


16 वारेवा खोल किती कडा, कोकणी पडा लागु  नये नजर 
     रोहिदास तारामती जोडी,  
     शिखरे खडी दिसे इंद्रवज्र ।।

      
17 रुधिराने सिंचली माची, रणकार्याची लावली बाजी
 तुटले जरी किती , माळेतील 
 मोती राज्याचे काजी


18 कातळा करुनिया भंग , उभा तुरुंग सात हौदांचा 
 असह्य सुळका , ये न कुणा पुळका राजकैद्यांचा ।।


19 रानात वेढती रिस, जिथे रात्रं दिस तेलीणी सोटा
 जाहला बापू का खस्ता, काढता रस्ता सांभाळी कासोटा ।।



20 पायथ्याशी याच मैदानात, राव आणि पंत पराक्रमी सक्ती 
 घेतला मोठा हा घास ,मुघली इखलास पराजय प्राप्ती ।।

शब्दकोडे ( मराठी )

शेवटचे अक्षर  "शी " असलेले  शब्द शोधायचे आहेत.

१) कामाचा कंटाळा असलेला -  

२) पदार्थांवर बसणारी  --  
 
३) एक तीर्थक्षेत्र  -

४) प्रसिद्ध भाजी मार्केट-

५) जहाजाचा कप्तान -

६ ) हंड्याची बहीण   -- 

७ )गळ्यातील अलंकार -- 

८ )मौजमजा करणारा  - 

९)  नको असलेली  -

१०) कपाची जोडीदार    -- 

११) एक आडनाव -- 

१२) पुणे जवळील गाव --  

१३) दर एक तासाने  -- 

१४) काही न खाल्लेला   -- 

१५) झोपतांना डोक्याखाली -

१६) गावठी दारू- 

१७) एका पाळीव प्राण्याचे   अनेकवचन -

१८) पोळ्यात राहणारी-

१९)  सजीवाचे सर्वात लहान एकक -

२०)अस्वलाचा खेळ करणारा  -

२१)उशीरा उठणारा - 


लिंग -हिंदी


विषय – हिंदी

घटक- लिंग

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·       पुरुष या स्त्री जाति का बोध करानेवाले शब्द को लिंग कहते है |


·       हिंदी भाषा में लिंग के दो प्रकार है-

·       पुल्लिंग- जो संज्ञा शब्द पुरुष जाति का बोध कराता है ,उसे पुल्लिंग कहते है|

·       जैसे- मोर, घोडा,पुत्र ,लडका आदि |

·       स्त्रीलिंग- जो संज्ञा शब्द स्त्री जाति का बोध कराता है ,उसे स्त्रीलिंग कहते है|

·       जैसे- मोरनी, घोडी, पुत्री, लडकी आदि |

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पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
पुल्लिंग
स्त्रीलिंग
छात्र
छात्रा
अनुज
अनुजा
सुत
सुता
पुत्र
पुत्री
कबूतर
कबूतरी
दादा
दादी
नाना
नानी
मौसा
मौसी
लडका
लडकी
शेर
शेरनी
उँट
उँटनी
भाई
बहन
राजा
रानी
ससुर
सास
पुरुष
स्त्री
बूढा
बुढिया
साँप
साँपिन
बैल
गाय
वृद्ध
वृद्धा
शिष्य
शिष्या
दास
दासी
हिरण
हिरणी
सखा
सखी
चाचा
चाची
मामा
मामी
मुर्गा
मुर्गी
बेटा
बेटी
सिंह
सिंहनी
पिता
माता
पति
पत्नी
युवक
युवती
बेटा
बहू
चूहा
चुहिया
गायक
गायिका
नाग
नागिन
भैंसा
भैंस
शिक्षक
शिक्षिका
बिलाव
बिल्ली

*कुछ महत्त्वपूर्ण शब्दो के लिंग-
पुल्लिंग-
गमला
गुड
व्यक्ति
पौधा
असर
लालच
कागज
दूध
आम
बाजार
घी
तेल
पानी




स्त्रीलिंग-
संतान
आवाज
मौत
मेज
बाल्टी
कुरसी
चीनी
पुस्तक
घास
किरण
अग्नि
पोशाक





निर्जीव शब्दो के लिंग की पहचान :वाक्य में प्रयोग की गई क्रिया अथवा विशेषण को 

देखकर लिंग की पहचान आसानी से की जा सकता है |

पुल्लिंग-.

1) मैने सेब खाया |

2) बादल गरज रहे है |

3) गिलास गिर गया |

4) चावल पक रहा है |

5) संतरा खट्टा है |

6) बडा दरवाजा बंद कर दो |

 स्त्रीलिंग-

1) तुमने जामुन खाई |

2) वर्षा हो रही है |

3) थाली गिर गई |

4) सब्जी पक रही है |

5) काली साडी माँ को दे दो |