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समूहगीत - सबसे उंची विजयपताका ...........

 

समूहगीत -  सबसे उंची विजयपताका ...........

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  ओहो  हो हो

आहा  आ आहा

सा सा सा  सारेगम  गरेसानी

नि नि नि निसारेग रेसानिध

ध ध ध धनिसारे सानिधप

मपधनिसा मपधनिसा मपधनिसा

सबसे उंची विजयपताका

सबसे उंची विजयपताका लिए हिमालय खडा रहेगा ...2

मानवता का मानबिंदू यह भारत सबसे बडा रहेगा

विंध्या के चट्टानोपर रेवा की यह गती तुफानी

शत शत वर्षो तक गाएगी जीवन की संघर्ष कहानी

इसके चरणो में नत होकर हिंदू महोद्धि पडा रहेगा

 

 

 

जिसकी मिट्टी में पारस है  तक स्वर्ण धुली उस बंग भूमी की

पंचनदो के फव्वारो से सिंची बहारे पुण्य भूमि की

शीर्ष बिन्दू श्रीनगर सिन्धुतक सेतूबंधू भी अडा रहेगा ......

उधळित शतकिरणा.......

 

उधळित शतकिरणा उधळित जनहृदया

नभात आला रे प्रभात रवि उदया

तिमिराची रजनी गेली रे गेली लया

 

थरकती  चंचल जललहरी नटली सजली वसुंधरा

मधुमय मंगल स्वरलहरी चढल्या भिडल्या दिगंतरा

धि धि धि ता धि धि धि ता दुदुंभीच्या नादासंगे

अंबराच्या मंदिरात मंद्र वाजे सनई

जय जय बोला जय जय बोला कोटी कोटी कंठानी

भारताच्या भविष्याच्या पहाटेच्या समयी

रे संपली ती शर्वरी

ये हा रवी या अंबरी

 

चल करी वंदन नवयुवका , गगनी विलसे नवा रवि

तुजसी न बंधन कधी पथिका दिसली तुजला दिशा नवी

दिड दिड दारा दिड दिड दारा प्राण आता झंकारती

तारुण्याच्या सामर्थ्याला कारुण्याची साथ दे

या भूमीला आकाशाचे आशीर्वाद लाभावे

पौरुषाला विक्रमाचे वैभवाचे हात दे

ही प्रार्थना ही कामना

ही भावना ही अर्चना

गीत – वसंत बापट

प्रार्थना -सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु

 

          प्रार्थना -सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु

 

           सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु

            करते है हम शुरू आज का काम प्रभु..........2

 

           शुद्ध भाव से तेरा ध्यान लगाए हम

           विद्या का वरदान तुम्ही से पाए हम ..........2

           हां विद्या का वरदान तुम्ही से पाए हम

         

           तुम ही से है आगाज तुम्ही से अंजाम प्रभु

           करते है हम शुरू आज का काम प्रभु..........2

 

            सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु

            करते है हम शुरू आज का काम प्रभु..........2

 

         गुरु ओ का सत्कार कभी ना भूले हम

         इतना बने महान गगन को छू ले हम ...........2

         हां इतना बने महान गगन को छू ले हम

          

         तुम्ही से है हर सुबह तुम ही से शाम प्रभु

         करते है हम शुरू आज का काम प्रभु..........2

              सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु

            करते है हम शुरू आज का काम प्रभु..........2

            करते है हम शुरू आज का काम प्रभु..........2