समूहगीत - सबसे उंची विजयपताका ...........
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ओ
ओहो हो हो
आहा आ आहा
सा सा सा सारेगम गरेसानी
नि नि नि निसारेग रेसानिध
ध ध ध धनिसारे सानिधप
मपधनिसा मपधनिसा मपधनिसा
सबसे उंची विजयपताका
सबसे उंची विजयपताका लिए हिमालय खडा रहेगा
...2
मानवता का मानबिंदू यह भारत सबसे बडा
रहेगा
विंध्या के चट्टानोपर रेवा की यह गती
तुफानी
शत शत वर्षो तक गाएगी जीवन की संघर्ष
कहानी
इसके चरणो में नत होकर हिंदू महोद्धि पडा
रहेगा
जिसकी मिट्टी में पारस है तक स्वर्ण धुली उस बंग भूमी की
पंचनदो के फव्वारो से सिंची बहारे पुण्य
भूमि की
शीर्ष बिन्दू श्रीनगर सिन्धुतक सेतूबंधू भी
अडा रहेगा ......